कई लोगों को कोरोना से ठीक होने के बाद नींद न आने की समस्या होने लगी है। जब कोरोना संक्रमित हुआ था तब डर की वजह से नींद नहीं आई थी, लेकिन अब जब लोग ठीक हो गए हैं तो समस्या जस की तस बनी हुई है। स्वस्थ रहने के लिए आपको रात में लगभग 7-8 घंटे की नींद की आवश्यकता होती है, लेकिन कुछ लोगों को गहरी नींद नहीं आती है। ऐसे में सुबह उठने के बाद भी आप तरोताजा और खुश महसूस नहीं करते हैं। अगर आपको रात में अच्छी नींद नहीं आती है और आप पूरी रात सो नहीं पाते हैं। साथ ही यह समस्या बाद में गंभीर हो सकती है। अगर आप ज्यादा देर तक सोते हैं तो इससे आपको कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसे में आज हम आपको अच्छी नींद के लिए सही पोजीशन बताने जा रहे हैं।
करवट लेटना- बाईं करवट लेटना सोने के लिए सबसे अच्छी पोजीशन मानी जाती है। इस पोजीशन में सोने से दिल स्वस्थ रहता है। शरीर में दर्द की संभावना भी बहुत कम होती है। वहीं गर्भवती महिलाओं को भी बायीं करवट सोने की सलाह दी जाती है। यह स्थिति मां और बच्चे दोनों के लिए अच्छी मानी जाती है। बायीं करवट सोने से रक्त संचार बेहतर होता है। ऐसे में खर्राटे भी कम आते हैं और नींद भी अच्छी आती है।
सीधी पीठ के बल सोना- कुछ लोग सीधी पीठ के बल सोते हैं। हालांकि, रात में लोग अक्सर दायीं करवट सोते हैं तो कभी बायीं करवट लेकर। हालांकि बहुत कम लोग हर समय पीठ के बल सोते हैं। हालांकि आपको बता दें कि इस तरह पीठ के बल सोने से रीढ़ को सहारा मिलता है, जिससे गले में खराश नहीं होती और पाचन क्रिया अच्छी रहती है। मोटे लोग इस पोजीशन में सोने में ज्यादा आराम महसूस करते हैं, हालांकि इस पोजीशन में सोने से नींद ज्यादा आती है और खर्राटे कम आते हैं।
पेट के बल सोना- कोरोना से ठीक होने के बाद आपको भी पेट के बल सोना चाहिए। हालांकि, इस स्थिति में ज्यादा देर तक सोने से आराम नहीं मिलता है। इसे बेबी पोज भी कहा जाता है लेकिन यह पोजीशन छोटे बच्चों के लिए उपयुक्त होती है। जो लोग अनिद्रा से पीड़ित हैं उन्हें इस स्थिति में सोने से कुछ राहत मिल सकती है। वहीं अगर आपकी छाती में सूजन है, या आप घबराहट महसूस करते हैं, तो इस स्थिति में सोना बेहतर है। हालांकि इससे पेट पर दबाव पड़ता है।
अच्छी नींद के लिए रखें इन बातों का ख्याल
अच्छी नींद के लिए नींद की स्थिति बहुत जरूरी है, इसलिए ऐसी स्थिति में सोना बेहतर है जहां आपको सोने में अच्छा लगे। स्वस्थ नींद के लिए योग, ध्यान और नींद को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।