Bhavna Joshi :
वर्तमान में बार्डर रोड आर्गनाइजेशन में असिस्टेंट एक्सक्यूटिव इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं Bhavna Joshi, इससे पूर्व में वर्ष 2018 एवं 2019 में लगातार दो बार उत्तीर्ण कर चुकी हैं यूपीएससी आईईएस की परीक्षा….
Bhavna Joshi IES Exam
राज्य की होनहार बेटियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। बीते दिनों जारी हुए यूपीएससी आईएएस (भारतीय इंजीनियरिंग सर्विस) परीक्षा के परिणामों में भी राज्य की अनेक होनहार युवाओं ने सफलता अर्जित की है।
आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जिन्होंने तीसरी बार इस परीक्षा को उत्तीर्ण किया है।
जी हां… हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले की रहने वाली Bhavna Joshi की, जिन्होंने इस परीक्षा में आल इंडिया लेवल पर 57वीं रैंक हासिल कर अपने माता-पिता के साथ ही समूचे प्रदेश का भी मान बढ़ाया है।
उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उनके घर पर बधाई देने वालों का भी तांता लगा हुआ है।
Bhavna Joshi Almora Uttarakhand:
आपको बता दें कि मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले के पश्चिमी पोखरखाली की रहने वाली Bhavna Joshi ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा शिशु मंदिर जीवनधाम अल्मोड़ा से प्राप्त की है तदोपरांत उन्होंने विवेकानंद इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की।
इस दौरान उन्होंने समूचे प्रदेश की मेरिट सूची में टाप टेन में स्थान हासिल किया था। जिसके उपरांत उन्होंने गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय से बीटेक तथा आईआईटी दिल्ली से एमटेक की डिग्री हासिल की।
पूर्व में वर्ष 2018 एवं 2019 में लगातार दो बार यूपीएससी आईईएस की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुकी भावना वर्तमान में बार्डर रोड आर्गनाइजेशन में असिस्टेंट एक्सक्यूटिव इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं।
उनके पिता किशन मोहन जोशी जहां सिंचाई विभाग से सेवानिवृत्त हैं वहीं उनकी मां भारती जोशी एक कुशल गृहिणी हैं।
अल्मोड़ा:
अरूणाचल प्रदेश में ई एक्सक्यूटिव इंजीनियर पद पर कार्यरत अल्मोड़ा की Bhavna Joshi ने बड़ी सफलता हासिल की है. भावना जोशी ने तीसरी बार भारतीय इंजीनियरिंग सर्विस परीक्षा में सफलता प्राप्त की है.
Bhavna Joshi ने देश में 57वीं रैंक हासिल की है. भावना जोशी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया.
अल्मोड़ा नगर के पश्चिमी पोखरखाली की रहने वाली भावना जोशी की प्रारंभिक शिक्षा अल्मोड़ा के शिशु मंदिर जीवनधाम से हुई. वह विवेकानंद इंटर कालेज से उत्तराखंड की इंटर बोर्ड परीक्षा में टॉप टेन में शामिल रहीं.
वर्तमान में Bhavna Joshi बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन में असिस्टेंट एक्जीक्यूटिव सिविल इंजीनियर हैं. वर्ष 2021 में उत्तराखंड के जोशीमठ के मलारी सेक्टर में ग्लेशियर लेक फटने के कारण रैणी पुल के टूट जाने से इंडो-चाइना बॉर्डर रोड सहित आसपास के कुल 13 गांव का संपर्क टूट गया था.
तब Bhavna Joshi ने 26 दिनों में दिन रात मेहनत कर ब्रिज को बनाया. बॉर्डर रोड को दुरुस्त कर दोबारा परिगमन के लिए शुरू करवाया था. जिसके लिए वह अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर सम्मानित भी हो चुकीं हैं.
आज उनकी इस सफलता पर क्षेत्र में खुशी की लहर है. उनकी इस सफलता पर नगर के राघवेंद्र पंत, अशोक पांडे, संजय जोशी, भुवन जोशी, शैलू पांडे, महेंद्र बिष्ट, शेखर पांडे, सुमन, सौम्या सहित उनके परिजनों ने हर्ष व्यक्त कर उन्हें शुभकामनाएं दी हैं.
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