Imtiaz Ali:
Bollywood डायरेक्टर इम्तियाज अली (Imtiaz Ali) कहते हैं कि फिल्में बनाना जिम्मेदारी का काम है। मैं वही कहानियां बनाता हूं जिसमें कोई संदेश हो और जिस पर मैं यकीन रखता हूं।
मेरी बनाई फिल्मों से भी प्रभावित हो जाते होंगे। इसलिए जब मैं फिल्में बनाता हूं तो यह बात दिमाग में होती है कि उससे भी लोगों पर प्रभाव पड़ेगा।
कहानी कहना ही जरूरी नहीं है बल्कि उन कहानियों पर भरोसा भी होना चाहिए। ऐसा मानना है जब वी मेट निर्देशक इम्तियाज अली का।
वह वही कहानियां बनाना चाहते हैं या वहीं संदेश देना चाहते हैं, जिसमें उनका यकीन हो। Imtiaz Ali कहते हैं कि फिल्में बनाना जिम्मेदारी का काम है।
Imtiaz Ali Says :
मैं हमेशा कहता हूं कि मैं पहले दर्शक हूं, फिर फिल्म निर्देशक हूं। मैं खुद फिल्में देखकर उससे प्रभावित हो जाता हूं। यह माध्यम ही ऐसा है।
हाल ही में मैंने फिल्म बुक ऑफ सॉल्यूशन्स (फ्रेंच कामेडी फिल्म) देखी थी। उसे देखने के बाद मैं उस फिल्म के किरदार की तरह बर्ताव करने लग गया था
लोगों ने बोला किरदार की तरह बर्ताव करना बंद करो
लोगों ने फिर मुझसे कहा कि उस किरदार की तरह बर्ताव करना बंद करो। ऐसा फिर बाकी दर्शकों के साथ भी होता होगा कि वह मेरी बनाई फिल्मों से भी प्रभावित हो जाते होंगे। इसलिए जब मैं फिल्में बनाता हूं, तो यह बात दिमाग में होती है कि उससे भी लोगों पर प्रभाव पड़ेगा।
मैं वही संदेश अपनी फिल्मों के जरिए देना चाहता हूं, जिसकी जिम्मेदारी मैं खुद ले सकूं। आगे Imtiaz Ali ने बताया कि चमकीला फिल्म के बाद दो और कहानियों पर काम कर रहे हैं।
चमकीला फिल्म में अभिनेता और गायक दिलजीत दोसांझ हैं। यह फिल्म पंजाबी गायक अमर सिंह चमकीला के जीवन पर बनी है, जिनकी हत्या कर दी गई थी।
“फिर कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि मैं उस किरदार की तरह बर्ताव करना बंद करूं। ऐसा होना आम बात है, क्योंकि फिल्म की कहानियों और किरदारों का प्रभाव दर्शकों पर हमेशा होता है।
इसलिए, जब मैं फिल्में बनाता हूं, तो मेरे दिमाग में यही सवाल रहता है कि कैसे मेरी बनाई गई कहानियाँ और किरदार लोगों को कैसे प्रभावित करेंगे।”
Imtiaz Ali As A Director And Viewer:
मैं अपनी फिल्मों के जरिए यही संदेश देना चाहता हूं, जिसकी जिम्मेदारी मैं खुद ले सकता हूं।’ Imtiaz Ali ने आगे बताया कि फिल्म चमकीला के बाद वह दो और कहानियों पर काम कर रहे हैं।
चमकीला फिल्म में अभिनेता और गायक दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) हैं। यह फिल्म पंजाबी गायक अमर सिंह चमकीला के जीवन पर आधारित है, जिनकी हत्या कर दी गई थी।
कहानियाँ सुनाना ही ज़रूरी नहीं है बल्कि उन कहानियों पर भरोसा भी करना चाहिए। ये मानना है जब वी मेट (Jab We Met) के डायरेक्टर इम्तियाज अली (Imtiaz Ali) का।
वह केवल वही कहानियाँ बनाना चाहता है या केवल वही संदेश देना चाहता है जिन पर वह विश्वास करता है। Imtiaz Ali का कहना है कि फिल्में बनाना एक जिम्मेदारी भरा काम है।
“मैंने हमेशा कहा है कि मैं पहले दर्शक हूं, फिर फिल्म निर्देशक। मेरे लिए यह माध्यम ही वह ज़रिया है जिससे मैं न केवल फिल्में देखता हूं, बल्कि उनसे प्रभावित भी होता हूं।
हाल ही में, मैंने ‘बुक ऑफ सॉल्यूशन्स’ (एक फ्रेंच कॉमेडी फिल्म) देखी थी। उस फिल्म को देखने के बाद, मैं उसके किरदार की भावनाओं में समाहित हो गया था, और उसके प्रेरणादायक संदेशों से मेरा बर्ताव परिवर्तित हो गया।”
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