रामानंद सागर के टीवी शो रामायण में रावण की भूमिका निभाने वाले अभिनेता अरविंद त्रिवेदी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। उनका अंतिम संस्कार बुधवार को होगा। उनके भतीजे कौस्तुभ त्रिवेदी ने अपने चाचा की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि वह कई सालों से बीमार थे। उनका स्वास्थ्य पिछले 3 साल से खराब चल रहा है। शायद कम ही लोग जानते हैं कि रामायण में रावण की भूमिका निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी असल जिंदगी में भगवान राम के भक्त थे। मध्य प्रदेश के उज्जैन के अरविंद ने पास के एक गांव में राम मंदिर बनवाया और उन्होंने यहां पूजा भी की। आपको बता दें कि वह गुजरात के साबरकांठा से भी सांसद थे। 1991 से 1996 तक वे भाजपा से सांसद रहे। नीचे पढ़ें अरविंद त्रिवेदी से जुड़े कुछ खास किस्से
जब से अरविंद त्रिवेदी ने रामायण में रावण की भूमिका निभाई है, तब से वह राम के भक्त बन गए हैं। जो लोग लंकेश को इस सीरियल में देखकर डर जाते हैं, उन्हें शायद पता न हो कि वह स्वभाव से बेहद कोमल थे।
अरविंद ने एक साक्षात्कार में कहा, “शूटिंग शुरू करने से पहले वह रामजी और शिवाजी की पूजा करते थे।” उन्होंने ऐसा इसलिए किया ताकि शूटिंग के दौरान डायलॉग बोलते वक्त अगर भगवान की बुराई उनके मुंह से निकले तो वह उन्हें माफ कर दें।
उन्होंने कहा- मैं असल जिंदगी में भी राम और शिव का भक्त हूं, इसलिए जब भी मैं शूटिंग के लिए जाता तो पूरे दिन उपवास करता क्योंकि मुझे दुख था कि दी गई स्क्रिप्ट के अनुसार मुझे बोलना है। शब्द सीधे श्री राम के लिए थे। शूटिंग के बाद वह कपड़े बदलते और रात में उपवास करते।
रामानंद सागर ने इससे पहले कुछ गुजराती फिल्मों में अपना अभिनय देखा था। इस वजह से उन्होंने तुरंत उन्हें रावण की भूमिका के लिए चुना।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अरविंद सीरियल में केवट का रोल प्ले करना चाहते थे और उन्होंने रामानंद सागर से भी रोल प्ले करने का अनुरोध किया था। लेकिन वह उनकी बात से सहमत नहीं थे। उन्होंने अरविंद को रावण का रोल दिया था।
अपने एक लेख में अरविंद त्रिवेदी ने खुद लिखा था कि इस भूमिका ने मुझे लोकसभा का सदस्य बनने का भी मौका दिया और मेरे दोस्त राजेश खन्ना ने मेरे लोकसभा सदस्य बनने पर एक बहुत ही मजेदार टिप्पणी की कि भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव लड़ा था। राम का नाम लिया और रावण को लोकसभा का टिकट दिया..
अरविंद त्रिवेदी ने अपने करियर की शुरुआत गुजराती थिएटर से की थी। उनके भाई उपेंद्र त्रिवेदी गुजराती सिनेमा में एक जाना-माना नाम हैं और उन्होंने गुजराती फिल्मों में अभिनय किया है। अरविंद ने खुद 300 फिल्मों में काम किया।
गुजरात सरकार से लेकर देश और दुनिया भर के कई संगठनों में उन्हें सम्मानित और सम्मानित किया गया। गुजराती और हिंदी फिल्मों में सफल पारी खेलने वाले अरविंद कई सामाजिक कार्य संगठनों से भी जुड़े रहे।
अरविंद ने देश रे जोया दादा परदेस जोया, ढोली, मनियारो, संतू रंगीली जैसी गुजराती फिल्मों में काम किया। गुजराती सिनेमा में अरविंद के काम और हिंदी सिनेमा में उनके योगदान को देखते हुए रामानंद सागर ने उन्हें रामायण में रावण की भूमिका के लिए चुना।