सिंगल चार्ज में दिल्ली से अहमदाबाद पहुंचाएगी ये इलेक्ट्रिक कार, सिर्फ 2 घंटे में होगी फुल चार्ज!

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बहुत जल्द Tesla को टक्कर देने वाली एक अमेरिकी इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी ऐसी कार इंडिया में बनाने जा रही है जो सिंगल चार्ज में दिल्ली से अहमदाबाद की दूरी तय कर लेगी.

इलेक्ट्रिक कारों को लेकर जिस तरह से लोगों का रूझान बढ़ रहा है. उसी तरह से दुनिया की बेस्ट इलेक्ट्रिक कार कंपनियां इंडिया में अपने मॉडल लॉन्च कर रही हैं. बहुत जल्द Tesla को टक्कर देने वाली एक अमेरिकी इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी ऐसी कार इंडिया में बनाने जा रही है जो सिंगल चार्ज में दिल्ली से अहमदाबाद की दूरी तय कर लेगी.

Tesla की प्रमुख प्रतिद्वंदी कंपनी Triton EV भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने जा रही है. इसके लिए उसने तेलंगाना सरकार के साथ एमओयू भी साइन किया है. हाल में कंपनी ने अपने Model H को रिवील किया है. कंपनी अपनी इस 8-सीटर एसूयवी को तेलंगाना के जहीराबाद में बनने वाले प्लांट में ही तैयार करेगी. इंडिया में ये कंपनी की पहली कार लॉन्चिंग हो सकती है.

अमेरिका की इलेक्ट्रिक कार कंपनी Triton EV का कहना है कि उसके Model H की लंबाई 5.6 मीटर होगी. यानी ये एक बड़ी एसयूवी होगी. कंपनी का दावा है कि इसमें 5,663 लीटर का स्पेस होगा. वहीं ये 7 टन तक का वजन कैरी कर सकेगी.

सिंगल चार्ज में दिल्ली से अहमदाबाद पहुंचाएगी ये इलेक्ट्रिक कार, सिर्फ 2 घंटे में होगी फुल चार्ज!

कंपनी का कहना है कि इसमें 200kWh का बैटरी पैक होगा. इस तरह सिंगल चार्ज में ये 1,200 किमी की दूरी तय करने में सक्षम होगी. इंडिया में 1,000 किमी से ज्यादा की रेंज वाली ये पहली इलेक्ट्रिक कार हो सकती है. ऐसे में इससे दिल्ली से अहमदाबाद की करीब 960 किमी और दिल्ली से सूरत की करीब 1150 किलोमीटर की दूरी सिंगल चार्ज में तय हो जाएगी.

कंपनी का दावा है कि Model H की बैटरी हाइपर चार्जर की सुविधा के साथ आएगी. इसलिए हाइपर चार्जर से ये सिर्फ 2 घंटे में पूरी तरह चार्ज हो जाएगी. Triton EV का कहना है कि भारत उसके लिए एक अहम बाजार है. इसलिए वो यहां ‘Make In India EV’ पेश कर रही है. कंपनी की तेलंगाना फैक्ट्री दुनिया में उसकी सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल फैक्ट्री होगी.

गौरतलब है कि Triton EV की प्रतिद्वंदी कंपनी Tesla से भारत सरकार ने देश में गाड़ियां बनाकर बेचने की बात कही है. सरकार ने उसे स्पष्ट संदेश दिया है कि वो चीन में बनी गाड़ियां हिंदुस्तान में ना बेचे.

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