ज्योतिष में नए ग्रहों का उल्लेख किया गया है इन सभी ग्रहों का अपना-अपना प्रभाव होता है और ये अलग-अलग फल देते हैं। जब ये ग्रह अपनी स्थिति बदलते हैं तो इसका प्रभाव मानव जीवन पर भी पड़ता है। ज्योतिष में प्रत्येक ग्रह के लिए रत्न दिए गए हैं यदि राशि और ग्रह के अनुसार रत्न धारण किए जाएं तो ग्रहों को अनुकूल बनाया जा सकता है और उनकी प्रतिकूलताओं के कारण होने वाली समस्याओं को दूर किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि रत्न धारण करने से जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता मिलती है। इन्हीं में से एक रत्न को पुखराज रत्न बताया गया है।
![पुखराज पहनने से आपकी किस्मत चमकेगी, जानिए इसे पहनने के फायदे पुखराज पहनने से आपकी किस्मत चमकेगी, जानिए इसे पहनने के फायदे](https://live99times.com/wp-content/uploads/2022/04/449-300x202.webp)
यह चमकीला पीला पत्थर बृहस्पति ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है जो पुखराज को उन लोगों के लिए बहुत शुभ परिणाम देता है जिनकी कुंडली बृहस्पति के लिए उपयुक्त है। यदि गुरु किसी की कुंडली में शुभ भाव नहीं दे रहा हो तो उसे भी यह रत्न धारण करना चाहिए। इसे धारण करने से विवाह की बाधाएं दूर होती हैं साथ ही धन और मान-सम्मान में वृद्धि होती है। रत्नों को बहुत प्रभावी माना जाता है इसलिए इन्हें पहनने से पहले आपको अच्छी तरह से पता होना बहुत जरूरी है तो आइए जानते हैं पुखराज पहनने के फायदे और तरीके।
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पुखराज
धारण करने के लाभ बृहस्पति के रत्न हैं, इसलिए इन रत्नों को धारण करने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है।पुखराज उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है जिनके विवाह में बृहस्पति की प्रतिकूल स्थिति के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।इस रत्न को धारण करने से खराब पाचन क्रिया में भी लाभ होता है इसके अलावा आध्यात्मिक या धार्मिक विषयों में रुचि रखने वालों के लिए भी पुखराज लाभकारी होता है।
पुखराज को धारण करने के नियम और विधि
हमेशा सोने की धातु में ही पहननी चाहिए। अपने वजन का ध्यान रखना भी आपके लिए बहुत जरूरी है। सोने की अंगूठी में पांच से सात कैरेट का पुखराज धारण करना चाहिए।पुष्य नक्षत्र के गुरुवार और पुष्य नक्षत्र का दिन पुखराज पहनने के लिए शुभ होता है।पुखराज धारण करने के लिए सबसे पहले अंगूठी को दूध में और फिर गंगाजल में डाल दें।इसके बाद अंगूठी को चीनी और शहद के घोल में डाल दें।इसके बाद अंगूठी को बृहस्पति के पैरों से स्पर्श करें और धारण करें।पुखराज को तर्जनी में पहना जाता है क्योंकि इस उंगली के नीचे बृहस्पति पर्वत होता है।
किस राशि के लोग पुखराज धारण कर सकते हैं राशि के
अनुसार रत्न धारण करना भी बहुत जरूरी है मिथुन कन्या और वृष राशि के जातकों के लिए पुखराज रत्न धारण करना शुभ साबित होता है. धन और मीन राशि के लोगों के लिए इस रत्न को पहनने से भाग्य भी बढ़ता है जबकि वृष, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ राशि वालों को पुखराज नहीं पहनने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा कुंडली में गुरु की स्थिति के अनुसार पुखराज हमेशा किसी योग्य ज्योतिषी की सलाह के अनुसार ही धारण करना चाहिए।