मित्रों आज कौन नही चाहता है कि हमारा अपना प्यारा सा घर हो और उसमें हम चैन से रह सके। वैसे तो हर व्यक्ति को रहने के लिये घर की अवश्यकता होती है और इसके लिये हर व्यक्ति व्यस्थ रहता है। इसके अतरिक्त आज – कल ऐसा कोई व्यकित नही है जो परेशान न हो। जिसके मुख्य कारण वास्तु दोस माने जाते रहे है। वहीं अगर बात की जाय वास्तु दोस की तो, वास्तु के हिसाब से घर का न बना होना।
इसी क्रम में आज हम बात करने जा रहे है की घर वास्तू के हिसाब से कैसा होना चाहिए? वास्तू शास्त्र के कुछ उपाय हम आपकों बताने जा रहे है’ यह उपाय वास्तू दोष दूर करने में सहायक सिद्ध होते है, जो कुछ इस प्रकार से है…..
पहला उपाय यह है कि व्यक्ति को इस बात का ध्यान रखना रखना आवश्यक है कि वह अपने घर के सामने की अंधेरा न रखे जब भी अंधेरा हो वहां रोशनी करने के लिये कोई न कोई उपाय कर लेना चाहिए जैसे अगर बल्ब हो तो उसे चला देना आवश्यक है।
दूसरा उपाय यह है कि अगर आपने आपने घर के बाहर नेमप्लेट लगा रखी है तो उसपे कभी धूल नही होनी चाहिए क्योंकि अक्सर लोग नेमप्लेट लगाने के पश्चात उसे साफ करना भूल जाते है यह गलती करने से आप अपने घर में नकारात्मक ऊर्जा को आंमत्रित करने में उसके सहायक बन जाते है। इसलिये प्रतिदिन अपने नेमप्लेट को साफ कर चमका देना चाहिये। नेमप्लेट जितनी साफ रहेगी नकारात्मक ऊर्जा उतनी ही दूर रहेगी।
तीसरा उपाय घर के बाहर अगर कोई वाहन खड़ा करते है तो इस बात का ध्यान देना अति आवश्यक है कि वाहन इस तरह से खड़ा करें कि वह आपके घर के मुख्य द्वार से दूर हो।
चौथा उपाय यह है कि अपने मुख्य द्वारा के सामने दीवार पर दोनो ओर ॐ और स्वास्तिक का निशान बनाने से नकारात्मक ऊर्जा आपके घर में नही प्रवेश करेगी। पांचवा उपाय यह है कि अपने घर के मुख्य द्वारा पर झालर आदि लगाने से नकारात्मक ऊर्जा नही आती है।
छठवां उपाय है कि आपने घर के द्वार पर पाकुआ दर्पण लगाने से नकारात्मक ऊर्जा घर प्रवेश नही करती है।
सांतवा उपाय यह है कि घर के मुख्य द्वार पर लाल फीता बाँधने से नकरात्मक ऊर्जा के प्रवेश को रोकने में सहायक होती है।
इसके प्रश्चात हम बात करने जा रहे है कि घर के वास्तु दोष क्या-क्या होते है?वास्तु दोष के कारण कुछ इस प्रकार से है…….
पहला: वास्तू शास्त्र में बताया गया है कि व्यक्ति के घर के मुख्य द्वार के सामने दीवार पेड़ मन्दिर आदि किसी भी प्रकार की छाया नही होनी चाहिये।
दूसरा: यदि व्यक्ति के घर का मुख्य द्वारा घर के बीच में होता है तो यह भी व्यक्ति के घर में वास्तु दोष उत्पन्न करने में सहायक होते है।
तीसरा: आपके घर की सीढ़ियां आपके घर के मुख्य द्वार के सामने नही होना चाहिये